इंग्लैड के सबसे सफल कप्तान व स्टाईलिश बल्लेबाज माइकल वान ने मंगलवार को पेशेवर में क्रिकेट सन्यास की घोषणा कर दी। यार्कशायर के इस चौतीस वर्षीय बल्लेबाज ने एक बयान में कहा काफी सोच-विचार के बाद मैने तय किया है कि क्रिकेट को अलविदा करने का यह यही वक्त है।
वान की कप्तानी में इंग्लैड ने 51 में से 26 टेस्ट मैच जीते है। वर्ष 2005 में इंग्लैड की 18 साल के लंबे अंतराल के बाद एशेज सीरीज में जीत उनकी कप्तानी की महत्वपूर्ण उपलब्घि रही है। वह जीत के क्षण उनके कैरियर के सबसे यादगार लंहे है। वान ने कहा कि मै आगामी एशेज सीरीज में इंग्लैड टीम में जीत का कामना करता हूं। मै जानता हूं कि टीम में वर्ष 2005 के इतिहास को दोहराने का जोश, इच्छा ओर क्षमता मौजूद है।
साल 2005 की एशेज जीत मेरे कैरियर का चरमबिंदु थी। उन्होंने कहा मैदान छोडने और युवाओं के लिए रास्ता साफ करने का यह सही समय है। वान ने कहा देश के लिए खेलना और उनकी कप्तान करना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही। इस खेल को अलविदा कहना मेरी जिंदगी के सबसे मुश्किल फैसलों में से है। घुटने की चोट ओर खराब फार्म से जुझ रहे वान का एशेज के संभावितों में चयन नहीं होने के बाद से ही उनके सन्यास लेने की अटकले लगाई जा रही थी।
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